ज़िन्दगी का एक नाम
संतुलन भी है
और यह विचारों में भी
होना चाहिए ...
ये महज़ पल है तो इक
पल में ही टल जायेगा,
और अगर जादू है तो
आज भी चल जायेगा,
मेरी मिट्टी का खिलौना
मुझे वापस कर दे,
जिस्म बच्चा है
खिलौने से बहल जायेगा