ज़िन्दगी हर पल कुछ
खास नहीं होती,
फूलों की खुशबू हमेशा
पास नहीं होती,
मिलना हमारी तक़दीर
में था वरना,
इतनी प्यारी दोस्ती
इत्तेफाक नहीं होती।
નસીબ જેમના ઉંચા
અને મસ્ત હોય છે,
કસોટી પણ એમની
જબરદસ્ત હોય છે.
ઘમંડ કયારેય ના કરવો
પોતાના નસીબ પર
સાહેબ...
એક કાંકરી પણ મોઢામાં ગયેલ
કોળીયો બહાર કઢાવી શકે છે
ऐ ज़िंदगी…
मुश्किलों के सदा हल दें…
थक न सके हम…
फुर्सत के कुछ पल दे…
दुआ है दिल से…
सबको सुखद आज…
और बेहतर कल दे….!
कौन कहता है की हाथों की
लकीरों से ही सब होता है
जीनके हाथ नहीं होते तो
क्या उनकी तक़दीर नहीं होती