હુ દુનિયા સામે
લડી શકુ છુ પણ,
મારા અંગત લોકો સામે
લડી શક્તો નથી…
કારણ કે……
એમની સાથે મારે
“જીતવુ” નથી પણ
“જીવવુ” છે.
સમય કયારેય ખરાબ
હોતો નથી પણ
આપણી ઈચ્છા સમય
સાથે પૂરી ન થાય એટલે
સમય ખરાબ લાગે છે.
સુખ અને દુઃખ આપણા
પરિવારના સદસ્ય નહીં,
પરંતુ મહેમાન છે…
जो पैसे से भी
हासिल ना हो सके
कुछ ऐसा शौख रखता हूँ,
ज़िंदगी की हर
उलझनो के लिए
आपने आप को
तैयार रखता हूँ I
जहाँ उम्मीद नहीं होती,
वहां तकलीफ की कोई
गुंजाइश भी नहीं होती
कुछ इस तरह मैंने अपनी
ज़िंदगी आसान बना ली,
किसी को माफ़ कर दिया
और किसी से माफ़ी मांग ली
ज़िंदगी मीठी बनाने के लिए
अक्सर, सही वक्त पर
कड़वी घूंट पीनी जरूरी होती है
आजकल सब यही
कहते रहते है की
वक्त नहीं मिलता,
मझे समझ नहीं आता की
Busy वक्त हो गया है
या आदमी.
रास्ता सही होना चाहिए
क्योंकि कभी कभी मंज़िल
रास्तों में मिल जाती है
आज कल लोग याद
करना भूल जाते है लेकिन
हिसाब लगाना नहीं भूलते
मैंने हिसाब में रहने
वाले लोगों को
बेहिसाब होते देखा है
मैंने लोगों को बदलते नहीं
बे
नकाब होते देखा है.
कभी कभी हम अनजाने में
वक्त पर पावं रख देते है
इसीलिए ज़िंदगी
मुहं के बल गिर जाती है
किसान की भी क्या दुविधा है
छत टपकी है उसकी फिर भी
बारिश की दुआ करता है.
खौलते हुए पानी में
जिस तरह प्रतिबिम्ब
नहीं देखा जा सकता है,
उसी तरह क्रोध की
स्थिति में सच को
नहीं देखा जा सकता है…
दूसरे की भावना का
सम्मान करे,
हो सकता है यह आपके लिए
कुछ भी न हो पर,
उसके लिए बहुत कुछ है…
कुछ भी न हो पर, उसके लिए बहुत कुछ है…