जीवन में अगर खुश रहना है तो,
स्वयं को वह शांत सरोवर बनाए…..
जिसमें कोई अंगारा भी फेंके तो,
खुद बख़ुद बुझ जाए…..!!
संबंध दील से होना चाहीए
अलफ़ाज़ से नहीं
नाराजगी अलफ़ाज़ में
होनी चाहीए, दील में नहीं
अपने अंदर एक ऐसी जगह
तलाशो जहाँ खुशीयां और
आनंद हो, फीर वो आनंद
आपके दुःख दर्दों को जला देगा
”खुश रहने का मतलब ये नहीं कि
सब कुछ ठीक है
इसका मतलब ये है कि आपने
आपके दुखों से उपर उठकर
जीना सीख लिया है।”
जींदगी वह नही है
जो आपको मीलती है
जींदगी वह है
जो आप बनाते हो
समय पर अपनी गलती
ना मानना एक और
गलती करना है
जीवन की परीक्षा में,
कोई अंक नहीं मिलते हैं
पर, लोग आपको हृदय से
स्मरण करें तो समझ लेना
आप उतीर्ण हो गए
किसी इंसान का बड़प्पन
उसकी हैसियत नहीं
उसकी इंसानियत तय करती है
ईमानदारी से कर्म करने
वालों के शौक भले ही पूरे न हो
पर नींद जरूर पूरी होती हैं...
कामयाब होने के लीए कई बार
हमें जो है उसी में शुरुआत
कर लेनी होती है, भले तैयारी
पूरी ना हो क्योंकी यह इंतजार
करने से काफी बेहतर है
सफलता की ख़ुशी मानना
अछा है पर उससे ज़रूरी है
अपनी असफलता से सीख लेना
बेहतर काम न करने की
वजह या वक्त न होने का
बहाना मत बनाइयें, आपका
दीन भी २४ घंटे का ही होता है
और सफल लोगो का भी