ठोकरें खा कर भी ना संभले
तो मुसाफीर का नसीब
वरना पथरों ने तो अपना
फर्ज़ नीभा ही दीया
जो आपके साथ दील
से बात करता हो,
उनको कभी दीमाग
से जवाब मत देना
अपनी चाहत की चीज़ों को
पाने की कोशीश के साथ साथ
जो चीजें आपके पास हैं
उसी से खुश रहना सीखें
जब तुम पैदा हुए थे तो तुम
रोए थे जबकी पूरी दुनीया ने
जश्न मनाया था
अपना जीवन ऐसे जीयो की
तुम्हारी मौत पर पूरी दुनीया
रोए और तुम जश्न मनाओ
सफलता हमारा परीचय
दुनीया को करवाती है और
असफलता हमें दुनीया का
परीचय करवाती है
अभी तो इस बाज की असली
उड़ान बाकी है
अभी तो इस परींदे का
इमतीहान बाकी है
अभी अभी मैंने लांघा है
समुंदरों को
अभी तो पूरा आसमान बाकी है
अगर आप सही हो तो
कुछ सही साबीत करने की
कोशीश ना करो बस
सही बने रहो
गवाही खुद वक्त देगा
लोग क्या कहेंगे यह
सोच कर जीवन जीते हैं
भगवान् क्या कहेंगे क्या
कभी इसका वीचार कीया ?
दुनीया में इंसान को हर
चीज़ मील जाती है केवल
अपनी गलती नहीं मीलती