हार और जीत हमारी सोच पर नीर्भर है, मान लीया तो हार और ठान लीया तो जीत
एक बार अगर आप अपनी नीगेटिव सोच को नीकालकर, पोसेटिव सोच अपना लोगे, तो परीणाम भी पोसेटीव आने शुरू हो जायेंगे