जीतने वाले अलग चीजें नहीं करते, वो चीजों को अलग तरह से करते हैं
बात इतनी मधुर रखो की कभी खुद भी वापीस लेनी पड़े तो कड़वी ना लगे
शायरों से नज़दीकी रखोगे तो तबीयत ठीक रहेगी, ये वो हकीम है, जो हर दर्द का इलाज़ लफ़्ज़ों से करते हैं
हमें बुरा न समझो जनाब हम दर्द लीखते है देते नहीं
बहुत सी डीगरीयाँ होगी तुम्हारे पास, पर छलकती आँखों को ना पढ़ सके तो अनपढ़ हो तुम
दुनीया में ऐसी कोई मुसीबत नहीं जो आपके मन से जयादा शकतीशाली हो
हर कीसी को हमेशा ये सोचना चाहीए, गलती चाहे कीसी की भी हो पर रिश्ता तो अपना होता है
दील वो है जो हज़ारों मरी हुई खाइशों के नीचे दब कर भी धड़कता है
जो मन की तकलीफों को नहीं बता पता उसे ही क्रोध सबसे अधीक आता है
बात कहने का अंदाज़ भी खूबसूरत होना चाहीये ताकी जवाब भी खूबसूरत मीले
अगर आप सौ १०० जीते है, तो में केवल ९९ दीन ही जीना चाहता हूँ, ताकी मुझे कभी भी आपके बीना न रहना पड़े!!
दील तो हर कीसी के पास होता है, लेकीन सब दीलवाले नही होते!!