ना संघर्ष, ना तकलीफ तो क्या मज़ा है जीने में बड़े बड़े तूफ़ान थम जाते हैं जब आग लगी हो सीने में !
कभी हँसते हुए छोड़ देती है ये ज़िन्दगी कभी रोते हुए छोड़ देती है ये ज़िन्दगी!! न पूर्ण विराम सुख में…. न पूर्ण विराम दु:ख में… बस जहाँ देखो वहाँ अल्पविराम छोड़ देती है ये जिंदगी...!!
प्यार की डोर सजाये रखो !! दिल को दिल से मिलाये रखो!! क्या लेकर जाना है साथ में इस दुनिया से!!! मीठे बोल और अच्छे व्यवहार से रिश्तों को बनाए रखो!!
यूँ तो कोई शिकायत नहीं मुझे मेरे आज से, मगर कभी-कभी बीता हुआ कल बहुत याद आता है…
ના જાણે કઈ ફરિયાદના અમે શિકાર થઈ ગયા જેટલું દિલ સાફ રાખ્યું એટલા ગુનેગાર થઈ ગયા...
આજે ફરી તેને મલવાનુ મન થાય છે પાસે બેસી વાત કરવાનુ મન થાય છે એટલો લાજવાબ હતો તેનો આંસુ લુછવાનો અંદાજ કે આજે ફરી રડવાનું મન થાય છે.
ये महज़ पल है तो इक पल में ही टल जायेगा, और अगर जादू है तो आज भी चल जायेगा, मेरी मिट्टी का खिलौना मुझे वापस कर दे, जिस्म बच्चा है खिलौने से बहल जायेगा
ना कोई किसी से दूर होता है न कोई किसी के पास होता है रिश्ते खुद चलके आते हैं जब कोई किसी के नसीब में होता है ...