હકીકત જ શોધવી પડે છે.. સાહેબ, બાકી અફવાઓ તો ઘર સુધી પોહચી જ જાય છે.
कीसी की गलतीयों को बेनक़ाब ना कर भगवान बैठा है, तू हीसाब ना कर
हम रूठे दीलो को मनाने में रह गए गैरो को अपना दर्द सुनाने में रह गए मंजील हमारी हमारे करीब गुज़र गई हम दुसरो को रास्ता दीखने में रह गए
जो दूसरों की खुशी के लीए अपनी हार मान लेता हो... उससे कोई कभी भी नहीँ जीत सकता है..
संबंध बेशक एक हो लेकीन ऐसा हो जो अलफाज़ से ज्यादा खामोशी को समझें
जीदगी की सबसे बड़ी ख़ुशी, उस काम को करने में हैं, जीसे लोग कहते हैं... तुम नहीं कर सकते..!
मीलते रहना सबसे कीसी ना कीसी बहाने से रीश्ते मजबूत बनते है दो पल साथ बीताने से.
ज़िन्दगी का एक नाम संतुलन भी है और यह विचारों में भी होना चाहिए ...
जीतने का मजा तब ही आता है, जब सभी आपके.. हारने का इंतजार कर रहे हो!
“आज” वही कल है, जीस कल की फीकर, तुम्हे कल थी
ये महज़ पल है तो इक पल में ही टल जायेगा, और अगर जादू है तो आज भी चल जायेगा, मेरी मिट्टी का खिलौना मुझे वापस कर दे, जिस्म बच्चा है खिलौने से बहल जायेगा
दुसरो की मदत करते हुए यदी दील में ख़ुशी हो, तो वही सेवा है बाकी सब दीखावा है।