“इंसान” एक दुकान है और ”जुबान” उसका ताला… जब ताला खुलता है, तभी मालुम पड़ता है… की दूकान ‘सोने’ की है, या ‘कोयले’ की…!!
केसा दौर आया है..!! एक तरफ, कुछ अमीर लोग कीतना सोना खरीदें. ये सोच रहे हैं... और दूसरी तरफ कुछ गरीब लोग कहां सोना है ये सोच रहे हैं.
क्या दौर आया है..!! बारिश का और सोने की कीमत का.. एक तरफ, कुछ अमीर लोग ‘कितना सोना’ खरीदें..!! ये सोच रहे हैं.. और दूसरी तरफ कुछ गरीब लोग… ‘कहां सोना है’ ये सोच रहे हैं..!!