अगर जींदगी में सुकून चाहते हो तो लोगो की बातो को दील से लगाना छोर दो।
कुछ भी असंभव नहीं जो सोच सकते है, वो कर सकते है, और वो भी सोच सकते है जो आज तक नहीं कीया।
ज़ीदगी आसान नहीं होती, इसे आसान बनाना पड़ता है! कुछ ‘अंदाज’ से, कुछ ‘नजर अंदाज ‘से.!
यदी आप वही करते हैं, जो आप हमेशा से करते आये हैं तो आपको वही मीलेगा, जो हमेशा से मीलता आया है!!
बीना जोखीम कुछ नहीं मीलता. और जोखीम वही उठाते हैं जो साहसी होते हैं”
कामयाब होने के लीए कई बार हमें जो है उसी में शुरुआत कर लेनी होती है, भले तैयारी पूरी ना हो क्योंकि यह इंतजार करने से काफी बेहतर है
ठोकरें खा कर भी ना संभले तो मुसाफीर का नसीब, वरना पत्थरों ने तो अपना फर्ज़ नीभा ही दीया
जो आपके साथ दील से बात करता हो, उनको कभी दीमाग से जवाब मत देना
जब एक ही जोक पर दोबारा नहीं हंसते, तो एक ही दुख पर भी दोबारा परेशान नहीं होना चाहीए
आप कब सही थे ये कोई याद नहीं रखता। आप कब ग़लत थे इसे कोई नहीं भूलता
समय ना लगाओ तय करने में आपको करना क्या है वरना समय तय कर लेगा की आपका क्या करना है
जीवन में कभी यह मत सोचो की मेरे से बुरा आदमी मेरे से ज़्यादा सुखी क्यों है पर यह जरूर सोचना की.. मेरे से अच्छा आदमी मुझसे ज़्यादा दुखी क्यों है