जब जीवन में समझ बढ़ती है तो इंसान मौन रहना पसंद करता है पर जब अभिमान बढ़ता है तो इंसान अधिक बोलना पसंद करता है।
मेरी लिखी लीताब मेरे हाथों में थमा कर बोली, इसे पढ़ लो मुहब्बत करना सीख जाओगे!!
विश्वास एक छोटा शब्द है उसको पढ़ने में सेकंड लगता है सोचो तो मिनट लगता है समझो तो दिन लगता है लेकिन साबित करने में पूरी जिंदगी लगती है
इतना प्यार तो मैंने खुद से भी नहीं कीया, जीतना मुझे तुमसे हो गया
अकेले चलना सिख लो जरुरी नहीं जो आज, तुम्हारे साथ है वो कल भी तुम्हारे साथ रहे…
कौन कहता है हमशकल नहीं होते, देख तेरा दील मेरे दील से कीतना मीलता है!!
मेहनत एक ऐसी सुनहरी चाबी है, जो बंद भाग्य के दरवाजे भी खोल देती है…
यूँ तो कोई सबूत नहीं है की तुम मेरे हो, ये दील का रीश्ता तो सीर्फ यकीन से चलता है!!
मिलता तो बहुत कुछ है इस जिंदगी में, बस हम गिनती उसी की करते है, जो हासिल ना हो सका…
कमी नहीं थी मेरे अपनों की, फीर क्यों वो अजनबी मेरे दील में बस गया!!
जब तक जीना, तब तक सीखना! यानी अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है…
ना ये चाँद चाहीए, ना ये फलक चाहीए, मुझे सीर्फ तुम्हारी ये झलक चाहीए!!