मैं बड़ो कि इज़्जत इसलिए करता हु, क्यूंकि उनकी अच्छाइया मुझसे ज़्यादा है.. और छोटो से प्यार इसलिए करता हु, क्यूंकि उनके गुनाह मुझसे कम है….
आँसू हमारी आँखों की क़ैद मे थे, बस तेरी याद आए ओर इन्हे ज़मानत मील गई!!
‘शक’ करने से ‘शक’ ही बढ़ता है ‘विश्वास’ करने से ही ‘विश्वास’ बढ़ता है! यह आपकी इच्छा है कि.. आप किस तरफ बढ़ना चाहते हैं..!
चाहता हूँ तुझे दील में छीपाना, क्योंकि बहुत बुरा हैं ये जमाना!!
उड़ान तो भरना है। चाहे कई बार गिरना पड़े सपनों को पूरा करना है चाहे खुद से भी लड़ना पड़े
इश्क़ है या कुछ और ये तो पता नहीं, पर जो तुमसे है वो कीसी और से कहाँ!!
सिंह बनो सिंहासन की चिंता मत करो आप जहां बैठोगे सिंहासन वही बन जाएगा
मेरे मेहँदी वाले हाथों में तेरा हाथ हो, ये देखकर सारी दुनीया जल के ख़ाक हो!!
ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते.. लेकिन कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती हैं जो पूरी उम्र याद रहता हैं….
इतनी मुहबत से क्यूँ नीहार रहे हैं हमे, सोच लो खुद के भी नहीं रहोगे!!
ज़िंदगी की तपिश को सहन किजिए जनाब, अक्सर वे पौधे मुरझा जाते हैं, जिनकी परवरिश छाया में होती हैं…
तेरी चाहत में हम रुस्वा सरे बाजार हो गए, हमने ही दील खोया और हम ही गुनहगार हो गए!!