कितनी झूठी होती हैं, मुहब्बत की कसमें देखो तुम भी जिंदा हो और मैं भी ...
छोटी छोटी खुशीयां ही तो जीने का सहारा बनती है खाहीशों का क्या वो तो पल-पल बदलती है
दुनियां के रैन बसेरे में.. पता नही कितने दिन रहना है, जीत लो सबके दिलों को.. बस यही जीवन का गहना है..!!