मैदान में हारा हुआ इंसान फीर से जीत सकता है लेकीन मन से हारा हुआ इंसान कभी नहीं जीत सकता
बारीश की बूँदें भले ही छोटी हों लेकीन उनका लगातार बरसना बड़ी नदीयों का बहाव बन जाता है वैसे ही हमारे छोटे छोटे प्रयास भी जींदगी में बड़ा परीवरतन ला सकते हैं
अपनी छवि का खयाल रखें क्यूंकी इसकी आयु आपकी आयु से कहीं अधीक होती है
संस्कारों से बड़ी कोई वसीयत नहीं होती और ईमानदारी से बड़ी कोई वीरासत नहीं होती
बुराई को देखना बुराई को सुनना ही बुराई की शुरुआत है
सभी जीवों में केवल इंसान ही पैसा कमाता है और कीतनी अजीब बात है की कोई जीव कभी भूखा नहीं मरता और इंसान का कभी पेट नहीं भरता
सारे सबक कीताबों में नहीं मीलते यारो कुछ सबक जींदगी भी सीखाती है
जींदगी खुशीयां बटोरते बटोरते पता नहीं कब नीकल गयी अब पता चला की खुश तो वो थे जो खुशीयां बाँट रहे थे
जींदगी की तकलीफो को अपनों के बीच रख दो… या तो अपने रहेंगे, या फीर तकलीफे.
इन्सान की परेशानीयों की केवल दो ही वजह है, वह तक़दीर से ज्यादा चाहता है और समय से पहले चाहता है.
पैर को लगने वाली चोट संभल कर चलना सीखाती है और….. मन को लगने वाली चोट समझदारी से जीना सीखाती है।
आज तुझ पर हंस रहे हैं जो, वही लोग कल को तेरा गुणगान करेंगे कर के दीखा दे कोई कमाल, तो तुझ पर सब अभीमान करेंगे