छोटी छोटी खुशीयां ही तो जीने का सहारा बनती है खाहीशों का क्या वो तो पल-पल बदलती है
जलील मत करना कीसी गरीब को अपनी चौखट पर वो सीर्फ भीख लेने नहीं दुआ देने भी आता है!!
चीजों की कीमत मीलने से पहले होती है और इंसानों की कीमत खोने के बाद होती है
जब दर्द और कड़वी बोली दोनो मीठी लगने लगे तब समज लीजीएगा की जीना आ गया
जब तक आप जो कर रहे है उसे पसंद नहीं करते तब तक आप सफलता नहीं पा सकते
हमारी समस्या का समाधान केवल हमारे पास है दूसरों के पास तो केवल सुझाव है
दुनीया वो कीताब है जो कभी नहीं पढ़ी जा सकती.. लेकीन ज़माना वो उस्ताद है जो सब कुछ सीखा देता है
लोग जब पूछते है की आप क्या काम करते है तो असल में वो हीसाब लगाते है की आपको कीतनी इजत देनी है
कमजोर तब रुकते है जब वो थक जाते है और..वीजेता तब रुकते है जब वो जीत जाते है
माचीस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती… यहाँ आदमी आदमी से जलता है.
कीतना भी पकड़ो फीसलता जरूर हे ये वकत हे साहब बदलता जरूर हे
लोग आसमान को इस तरह से देखते हैं की वे जानते हैं की भगवान इस जमीन पर हे ही नहीं